अलीगढ़: मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर (Defence Corridor) के नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी (Raja Mahendra Pratap Singh State University, Aligarh) का शिलान्यास किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में यूपी का काफी विकास हुआ है. यहां देश और दुनिया के हर छोटे-बड़े इन्वेस्टर्स आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा ऐसा तभी होता है जब निवेश (Invest) के लिए जरूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलती हैं. केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार मिलकर लोगों को यही सुविधाएं देने का काम कर रही है. आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण बन रहा है.
PM MODI के भाषण की 6 अहम बातें–
अलीगढ़ हिंदुस्तान की सरहद की रक्षा करेगा
कल तक जो अलीगढ़ लोगों के घरों की सुरक्षा करता था (तालों के लिए मशहूर है अलीगढ़), आज वही अलीगढ़ हिंदुस्तान की सरहदों की रक्षा करेगा. यहां रक्षा उत्पाद बनेंगे. अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार, ड्रोन, ऐरोस्पेस, मेटल कॉम्पोनेंट्स, डिफेंस पैकेजिंग जैसे उत्पाद बन सकेंगे. इसके लिए नए उद्योग लगाए जा रहे हैं. 100 करोड़ से ज्यादा के निवेश होंगे. ये बदलाव अलीगढ़ और आस-पास के क्षेत्र को एक नई पहचान देगा. मोदी ने कहा, डिफेंस इंडस्ट्री के जरिए यहां के मौजूदा व्यापारियों और MSME से जुड़े लोगों को भी फायदा मिलेगा. गरीबों के लिए ये काफी बेहतर अवसर होगा.
इतिहास की भूल को सुधारने का वक्त
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को याद करते हुए पीएम मोदी ने बोला कि आज वो जहां कहीं भी होंगे बहुत खुश होंगे. PM मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों पर निशाना साधा. पीएम ने कहा, भारत का इतिहास ऐसे राष्ट्र भक्तों से भरा पड़ा है, ऐसे आजादी के दीवानों ने अपना सब कुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया. उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं. 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी में सुधार रहे हैं.
पहले पश्चिमी UP के लोग डरकर रहते थे
एक दौर था जब उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था. अब वसूली करने वाले, माफिया राज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं. मैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष तौर पर याद दिलाना चाहता हूं कि इसी क्षेत्र में 4-5 साल पहले परिवार अपने ही घरों में डर कर जीते थे.
बहन बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल-कॉलेज जाने में डर लगता था. जब तक बेटियां घर वापस नहीं आएं, माता-पिता की सांसें अटकी रहती थीं. कितने ही लोगों को अपना पुश्तैनी घर छोड़ना पड़ा. पलायन करना पड़ा. आज कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले 100 बार सोचता है. योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है और गरीब का सम्मान भी है.
किसानों के लिए रास्ते आसान
सरकार छोटे किसानों को ताकत देने के लिए काम कर रही है. 1.5 गुना ज्यादा MSP दिया जा रहा है. किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं को बेहतर बनाया गया. किसानों के खाते में 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. कई योजनाओं से किसानों को मजबूत किया.
UP में पिछले चार सालों में MSP के खरीद पर नए रिकॉर्ड बने हैं. गन्ने के किसानों का भी भुगतान किया गया. आने वाला साल UP के गन्ना किसानों के लिए नए संभावनाओं का द्वार खोलने वाला है. गन्ने से जो इथेनॉल (Ethanol) बनता है, इसका ईंधन में प्रयोग बढ़ाया जा रहा है. इसका फायदा पश्चिमी UP के गन्ना किसानों को मिलेगा.
शिक्षा और रोजगार पर
राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी मॉडर्न एजूकेशन का एक बड़ा केंद्र बनेगा. साथ ही देश में डिफेंस से जुड़ी पढ़ाई, टेक्नॉलॉजी और मैनपावर बनाने वाला सेंटर भी बनेगा. नई शिक्षा नीति में जिस तरह शिक्षा, कौशल और स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर बल दिया गया है, उससे इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बहुत लाभ होगा. अपनी सैन्य तादाद को मजबूत करने के लिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ने के भारत के प्रयासों को ये यूनिवर्सिटी गति देगी. इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
बचपन की कहानी
अपनी स्पीच के दौरान मोदी ने कहा, “आज बचपन की बात करने का मन कर रहा है. लोग अपने घर की या दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे, क्योंकि अलीगढ़ का ताला लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे. करीब 55-60 साल पुरानी बात है. अलीगढ़ से ताले के एक सेल्समैन थे. एक मुस्लिम मेहरबान थे. वे हर तीन महीने में हमारे गांव आते थे. वो काली जैकेट पहनते थे.’
“मुस्लिम महाशय सेल्समैन के नाते अपना ताला व्यापारियों के पास रखकर जाते थे और तीन महीने बाद फिर आते तो पैसा ले आते थे. अगल-बगल गांवों में भी यही करते थे. मेरे पिताजी से उनकी अच्छी दोस्ती थी. दिनभर जो पैसे वसूल करके लाते थे तो मेरे पिता जी के पास छोड़ देते थे. जब 4-6 दिन के बाद मेरा गांव छोड़कर जाते थे तो फिर पिताजी से पैसे लेकर ट्रेन से निकल जाते थे.’
“हम सीतापुर और अलीगढ़ से बहुत परिचित थे. आंख की बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए हमारे गांव का हर आदमी सीतापुर जाता था. दूसरा इन महाशय के कारण अलीगढ़ बार-बार सुनते थे. कल तक जो अलीगढ़ तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करता था, 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा का काम करेगा. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत UP सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है.’